*वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो 24 घंटे का कर्फ्यू वायरस चक्र में एक ब्रेक साबित हो सकता है। 24 घंटे अगर वायरस को नए इंसानी शरीर नहीं मिलेंगे तो वातावरण में मौजूद काफी वायरस खत्म हो जाएंगे*
*हमारी सड़कें, बाज़ार, दफ्तरों के दरवाजे, रैलिंग, लिफ्ट आदि स्वतः ही स्टरलाइज हो जाएंगे।*
*रविवार को इस जनता कर्फ्यू का क्या परिणाम होगा?*
*एक स्थान पर कोरोना वायरस जीवन के रूप में 10/12 घंटे से अधिक जीवित नहीं रह सकता और कर्फ्यू 14 घंटे के लिए है, इसलिए सार्वजनिक क्षेत्रों के स्थान या बिंदु 14 घंटों तक बिना स्पर्श के रहने से कोरोना का वायरस जिंदा नहीं रह पाएगा और हम सब मिलकर इस चेन को तोड़ देंगे।*
*14 घंटे के बाद हमें क्या मिलेगा सुरक्षित देश। क्या यह एक शानदार विचार नहीं है, जिस पर हम सब को अमल करके खुद को सुरक्षित नहीं करना चाहिए।*
*अंतः आप सभी से निवेदन है कि आप इस जनता कर्फ़्यू मुहिम में साथ रहें और सकारात्मक विचार फैलाएं।*