ट्यूबलाइट, गालीप्रूफ, डंडा और करंट: लोकसभा में पीएम का कांग्रेस पर वार

 नई दिल्ली। बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में एक घंटे 40 मिनट तक बोला। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने अपने संबोधन के दौरान नागरिकता कानून, अनुच्छेद 370, राम मंदिर समेत कई मुद्दों पर बेबाकी से राय जाहिर की। वहीं कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने इस दौरान संसद में हंगामा भी किया लेकिन पीएम मोदी ने अपना संबोधन जारी रखा। उन्होंने राहुल गांधी के बुधवार को दिए गए भाषण पर भी तीखे व्यंग किए। इसके बाद लोकसभा से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाया गया धन्यवाद प्रस्ताव पारित हो गया।


सीएए से हिंदुस्तान के किसी भी नागरिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला


मोदी ने कहा कि कांग्रेस की दिक्कत ये हैं कि वो बाते करती है, झूठे वादे करती है और दशकों तक उन वादों को टालती रहती है। आज हमारी सरकार अपने राष्ट्र निर्माताओं की भावनाओं पर चलते हुए फैसले ले रही है, तो इनकों दिक्कत हो रही है। मैं फिर से इस सदन के माध्यम से बड़ी जिम्मेदारी के साथ स्पष्ट कहना चाहता हूं कि सीएए से हिंदुस्तान के किसी भी नागरिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। चाहे वो मुस्लिम हो, हिंदू हो, सिख हो या अन्य किसी धर्म को मानने वाला हो।









खूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं: लोकसभा में पीएम का शायराना अंदाज


एक शायर ने कहा था- खूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं, साहब छुपते भी नहीं, सामने आते भी नहीं। पब्लिक सब जानती है। पिछले दिनों जो वक्तव्य दिए गए, उनका जिक्र सदन में करना उपयुक्त नहीं है। सदन के बड़े-बड़े लोग भी वहां जाते हैं, ये ठीक नहीं हैं


प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैबिनेट प्रस्ताव फाड़ने वाले लोगों को संविधान बचाने की शिक्षा लेना बहुत जरूरी 


कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पारित किया हो और उस प्रस्ताव को प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़ देने वाले लोगों को संविधान बचाने की शिक्षा लेना बहुत जरूरी है। जिन्होंने लोगों से जीने का कानून छीनने की बात कही थी, उन्हें बार-बार संविधान बोलना भी पड़ेगा, पढ़ना भी पड़ेगा। जो लोग सबसे ज्यादा बार संविधान को बदलने का प्रस्ताव लाए हैं, उन्हें संविधान बचाने की बात करनी ही पड़ेगी।



संविधान को लेकर पीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना


    मोदी ने कहा कि आपातकाल कौन लाया? न्यायपालिका को किसने रौंदा? संविधान में सबसे अधिक संशोधन कौन लाया है? किसने अनुच्छेद 356 को सबसे अधिक लागू किया? जिन लोगों ने उपरोक्त कार्य किये हैं, उन्हें हमारे संविधान का गहन ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता है।



दिल्ली में पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के लिए हमने मिशन मोड पर काम किया


  मोदी ने कहा कि दिल्ली में ट्रैफिक, के बीच हजारों ट्रक गुजरते थे। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे को पूरा करने का 2009 में यूपीए सरकार का संकल्प था। 2014 तक वो कागजों तक ही सीमित रहा। 2014 में आने के बाद हमने मिशन मोड पर काम किया।



अर्थव्यवस्था को ताकत देने में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व: पीएम


देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देने में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व होता है। जितना ज्यादा बल हम इंफ्राफ्ट्रक्चर को देते हैं, वो अर्थव्यवस्था, रोजगार और नए उद्योगों को गति देता है। इसलिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में गति लाए हैं। सिंचाई से लेकर इंडस्ट्री तक, रोड से लेकर पोर्ट्स तक और एयर वे से लेकर वाटर वे तक हमने अनेक पहल की है। गत पांच वर्षों में देश ने ये देखा है और देखा है तभी तो यहां दोबारा बैठाया है।



 

पीएम मोदी का राहुल गांधी पर पलटवार


       मोदी ने कहा कि  मैंने कांग्रेस के एक नेता का कल वक्तव्य सुना कि 6 महीने में मोदी को डंडे मारेंगे। ये काम थोड़ा कठिन है, तो तैयारी में 6 महीने लगते ही हैं। मैंने भी तय किया है कि 6 महीने में सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। 20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो, 6 महीने ऐसी मेहनत करूंगा की मेरी पीठ को हर डंडा सहने की ताकत मिले। पीएम ने तंज कसते हुए कहा कि मैं 40 मिनट से बोल रहा हूं, लगता है अब जाकर करंट दौड़ा है। ऐसी कई ट्यूबलाइट हैं।


जीएसटी राजस्व और एफडीआई का आंकड़ा बढ़ा


अर्थव्यवस्था को गति मिले इसके लिए भी हमने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। जनवरी 2019 से जनवरी 2020 के बीच 6 बार जीएसटी राजस्व 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। एफडीआई, अप्रैल-सितंबर 2018 में 22 बिलियन डॉलर था। आज उसी अवधि में ये 26 बिलियन डॉलर को पार कर गया है।



मुद्रा योजना, मेक इन इंडिया ने स्वरोजगार को ताकत दी: पीएम


मुद्रा योजना, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं ने देश में स्वरोजगार को बहुत बड़ी ताकत दी है। देश में पहली बार करोड़ों लोग मुद्रा योजना से खुद तो रोजी-रोटी कमाने लगे हैं और दूसरों को भी रोजगार देने लगे हैं।


मुझे खुशी है कि आप मुझे समझते हैं


      प्रधानमंत्री मोदी ने कहा  कि कुछ माननीय सदस्य कहते हैं कि ये काम क्यों नहीं हुआ, कब तक करेंगे, कब होगा, कैसे होगा। तो कुछ लोगों को लगता है कि आप आलोचना करते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि आप आलोचना करते हैं। मुझे खुशी है कि आप मुझे समझते हैं, आपको भी पता है कि करेगा तो ये ही करेगा। हमने समस्याओं के समाधान खोजने का लगातार प्रयास किया है और उसी का परिणाम है कि अर्थव्यवस्था में  राजकोषीय घाटा घट रहा है, महंगाई नियंत्रित रही है और माइक्रो इकोनॉमिक स्टेबिलिटी भी बनी रही है।