नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट 7 फरवरी को शाहीन बाग विरोध के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई कर सकता है। वकील अमित सुहानी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क को खाली करने की मांग की है। शाहीन बग्घ में चल रहे सीए-सीए के विरोध ने 3 फरवरी को अपने 51 दिन में प्रवेश किया। विरोध 15 दिसंबर को शुरू हुआ जिसके बाद क्षेत्र की ओर जाने वाले कई मार्ग अवरुद्ध हो गए।
अमित सुहानी द्वारा दायर याचिका में आगे मांग की गई कि सरकार को विरोध स्थल पर जाने वाले नेताओं पर नजर रखनी चाहिए और उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। सहानी ने सीएए के विरोध में अपने भाषण के माध्यम से जनता को भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।