लखनऊ: अयोध्या में बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने राम मंदिर निर्माण के ट्रस्ट को लेकर बड़ी बात कही है. बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय सुना दिया है तो केंद्र की सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट में क्यों देरी कर रही है. वह चाहते हैं की अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जल्द से जल्द ट्रस्ट का निर्माण करें. जिससे राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो सके.
यही नहीं बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि दी है उस भूमि को जल्द से जल्द चिन्हित किया जाए. जिससे वहां पर मस्जिद का निर्माण किया जा सके.
इकबाल अंसारी का कहना है की उनसे मुस्लिम समाज के लोग पूछते हैं कि अयोध्या में सरकार मस्जिद के लिए जमीन कब देगी. यही नहीं उनका यह भी कहना है की अयोध्या के विकास के लिए राम मंदिर निर्माण जल्द से जल्द शुरू हो क्योंकि हिंदू समाज के लोग भी अब यह सवाल कर रहे हैं कि 9 फरवरी को 3 महीना सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का बीत जाएगा और अभी तक राम मंदिर निर्माण शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में भगवान श्री राम कब तक टेंट में रहेंगे यह सवाल बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा है.इकबाल अंसारी इससे पहले भी कह चुके हैं की सुप्रीम कोर्ट जो भी निर्णय देगा उसको सर आंखों पर मानेंगे और उसके निर्णय के खिलाफ वह किसी भी कोर्ट में नहीं जाएंगे. हालाकी अब 9 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का तीन महा बीतने वाला है और केंद्र की सरकार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए 3 महीने का समय भी अब बीतने वाला है. तो ऐसे में ट्रस्ट कब बनेगा राम मंदिर का निर्माण कब शुरू होगा यह सवाल उठने लगा है .
बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने इससे पहले कहा था कि अयोध्या में मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि केंद्र की सरकार जल्द से जल्द दें जिससे वहां पर मस्जिद के साथ-साथ एक स्कूल और उसके साथ महिलाओं के लिए बेहतर अस्पताल का निर्माण किया जा सके. हालांकि केंद्र की सरकार और राज्य सरकार ने अभी तक मस्जिद के लिए भूमि को चिन्हित नहीं किया है . ना ही बाबरी मस्जिद पक्षकारों से मस्जिद के लिए जो भूमि देने की बात सुप्रीम कोर्ट ने की है उस विषय पर चर्चा भी की है . इकबाल अंसारी चाहते है कि सरकार राम मंदिर ट्रस्ट के साथ मस्जिद की भूमि भी मुस्लिमो को देदें .