लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कल पेश किये मौजूदा बजट में पूर्व घोषित योजनाओं को रफ्तार दी है तो पिछले बजट में छूटे हिस्सों को नई सौगात देकर साधने की कोशिश की है। बजट में एक साथ पांच एक्सप्रेस-वे, दो औद्योगिक कॉरिडोर और दो बड़े एयरपोर्ट के साथ क्षेत्र स्तर पर हवाई पट्टियों के विस्तार की योजनाएं हैं।
इसी तरह छह नए विश्वविद्यालयों व 21 राजकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना प्रदेश में दक्ष मानव संसाधन तैयार करने में बड़ी भूमिका अदा करेंगे। सरकार को उम्मीद है कि तीन वर्ष के भीतर घोषित इस तरह के प्रोजेक्ट आने वाले वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को उछाल देने वाले व बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर बढ़ाने वाले साबित होंगे।
बजट की तैयारियों से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने बड़े विजन के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं का खाका तैयार कराया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूरब के विकास को गति देगा तो पश्चिम को जोड़ने के लिए प्रयागराज से मेरठ तक गंगा एक्सप्रेस-वे इस बजट में पूरे फोकस के साथ लिया गया है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे व गाजीपुर-बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल में विकास की संभावनाएं बढ़ाएंगे तो बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इस उपेक्षित क्षेत्र को रफ्तार देगा। औद्योगिक विकास की दृष्टि से पिछड़े पूर्वांचल व बुंदेलखंड क्षेत्र पर भी मुख्यमंत्री ने बराबर ध्यान दिया है। पूर्व के बजट में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर डिफेंस कॉरिडोर के निर्माण का एलान हुआ था।