ओवैसी के मंच से 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाली युवती 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, देशद्रोह का मामला दर्ज








बेंगलुरूः नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ बेंगलुरु में आयोजित रैली के दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के मंच से 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाली युवती 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. युवती का नाम लियोना है जिसके के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था.


गुरुवार शाम हुए इस घटना के बाद से ही देश की राजनीति में उबाल आ गया. बुधवार रात उस युवती के घर पर अज्ञात लोगों ने हमला किया. ओवैसी ने इस बयान का खंडन किया निंदा व्यक्त की. उन्होंने मंच पर चढ़ी अमूल्या के बारे में कहा, मैं उसके बयान की निंदा करता हूं. हमारे लिए भारत जिंदाबाद था, जिंदाबाद रहेगा. उन्होंने कहा कि हम भारत के लिए हैं और किसी भी तरह दुश्मन देश का समर्थन नहीं करते.





वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि ऐसे नारे लगाने वाली युवती को जमानत नहीं मिलनी चाहिए. अमूल्या के पिता ने भी अपनी बेटी की हरकतों की निंदा करते हुए कहा कि उसने बिल्कुल गलत किया. मैंने उसे कई बार कहा कि वह इन सब मामले से न जुड़े, लेकिन उसने मेरी एक न सुनी. इस मामले को लेकर देश में हंगामा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि युवती कौन है?




सीएए के खिलाफ बेंगलुरु में आयोजित रैली के दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के मंच से 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वाली युवती का नाम अमूल्या लियोना नोरोन्हा है.  बेंगलुरु पुलिस की मानें तो सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने के मामले में वह पहले भी हिरासत में ली गयी है. उसकी पहचान एक   फायरब्रांड  महिला एक्टिविस्ट के रूप में है. वो बेंगलुरू के पास जयानगर के एनएमकेआरवी महिला कॉलेज में बीए की छात्रा है. साथ ही वो एक रिकॉर्डिंग कंपनी में ट्रांसलेटर के तौर पर काम भी कर चुकी है.


उसने स्कूल की पढ़ाई सेंट नॉरबेट सीबीएसई स्कूल और मणिपाल के क्राइस्ट स्कूल से की है. लियोना सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव है. वो ब्लॉगिंग भी करती हैं. उसका 'अलनोरोन्हा' के नाम से अलग फेसबुक पेज भी है. अमूल्या लियोना का जन्म कर्नाटक के कोप्पा में 31 जुलाई, 2000 में हुआ. 

अमूल्या उस समय भी चर्चा में आई थी जब जनवरी में मंगलुरू एयरपोर्ट पर पत्रकार विक्रम हेगड़े से कुछ महिला एक्टिविस्ट ने 'वंदे मातरम्' गाने की मांग की थी. उस ग्रुप में अमूल्या लियोना भी थी. उसके साथ वहां कांग्रेस प्रवक्ता कविता रेड्डी भी मौजूद थी. जो वीडियो वायरल हुआ था उसमें एक बार नहीं बल्कि कई बार उन्होंने महेश विक्रम हेगड़े को 'वंदे मातरम्' गाने की मांग की थी. हालांकि, उन्होंने इस हेगड़े ने कोई रिएक्शन नहीं दिया था. 

अब, अमुल्या का एक इंटरव्यू भी इस दौरान वायरल हो रहा है जिसमें वो यह कहती नजर आ रही है कि वो केवल चेहरा है और उसके पीछे कई बड़े एक्टिविस्ट, टीम और लॉबी है जो उसे ऐसा करने के लिए सपोर्ट करती है. हालांकि, यह इंटरव्यू काफी पुराना है और किसी तरह के विरोध प्रदर्शन से संबंधित है और इसका अमुल्या के ताजा कदम से संबंध नहीं है.