काशीपुर। योग, आयुर्वेद, मर्म एवं वैदिक चिकित्सा पद्धतियों के विकास के लिए ग्राम गढ़ीगंज में भारत के पूर्व राजदूत चंद्रमोहन भंडारी ने देवांबर वेद विज्ञान संस्थान एवं आरोग्य धाम की स्थापना की है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन यज्ञ के साथ इस धाम का शुभारंभ किया गया। साधकों ने योग की विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया।
शुक्रवार को कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के वाइस चांसलर डॉ. सुनील जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कहा है कि जिस बीमारी का इलाज आधुनिक चिकित्सा पद्धति में नहीं है, वहां आयुर्वेद व मर्म चिकित्सा रामबाण की तरह कार्य करती है। मर्म चिकित्सा से शांति और आत्म नियंत्रण आता है और सुखद अहसास होता है।
जड़ी-बूटियों पर आधारित वैदिक चिकित्सा से जहां वातावरण शुद्ध होगा, वहीं पलायन की समस्या से भी काफी हद तक छुटकारा मिल सकेगा। कहा कि काशीपुर में इस धाम की स्थापना का उद्देश्य सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे संतु निरामया: की परिकल्पना को साकार करना है। पूर्व राजदूत चंद्रमोहन भंडारी ने कहा कि अंधाधुंध प्रतिस्पर्धा ही अंधकार है।
धाम की स्थापना का उद्देश्य तत्व ज्ञान व अंधकार नाशाय है। बताया कि वेदाचार्यों व मर्म विशेषज्ञों के सानिध्य में इस केंद्र पर नियमित कक्षाओं के अलावा साप्ताहिक व मासिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे।