बता दें पिछले पांच सालों में दिल्ली की आप सरकार और केंद्र सरकार के बीच रिश्ते काफी तल्ख रहे. कई मौके ऐसे आए जब दोनों के बीच टकराव की स्थिति बन गई. हालांकि पिछले एक साल में केजरीवाल ने केंद्र सरकार के साथ सहयोग की नीति अपना ली थी.
और क्या बोले केजरीवाल?
-आज आपके बेटे ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली है. ये मेरी जीत नहीं, बल्कि आपकी जीत है.
-ये एक-एक दिल्लीवाले की जीत है.
-पिछले 5 सालों में हमारी यही कोशिश रही है कि किस तरह से हम लोग एक एक दिल्लीवाले की जिंदगी में खुशहाली जा सकें.
-पिछले 5 सालों में हम लोगों की यही कोशिश रही है कि दिल्ली को खूब तेजी से विकास हो.
-अगले 5 साल भी हमारी यही कोशिश जारी रहेगी.
-सब लोग अपने गांव में फोन करके बोल देना हमारा बेटा सीएम बन गया अब चिंता की कोई बात नहीं है.
-अभी चुनाव में कुछ ने आप को वोट दिया, कुछ ने बीजेपी-कांग्रेस को वोट दिया.
-लेकिन आज जब मैंने सीएम पद की शपथ ली है, आज से मैं सबका मुख्यमंत्री हूं.
-मैं आम आदमी पार्टी वालों का भी सीएम हूं, बीजेपी वालों का भी मुख्यमंत्री हूं.
-मैंने कभी किसी से पार्टीगत आधार पर भेदभाव नहीं किया.
-आज मैं सारे दिल्लीवालों को ये कहना चाहता हूं कि चुनाव खत्म हो गया, आपने जिसे भी वोट दिया, अब आप सारे मेरा परिवार हो.
-आप चाहे किसी भी पार्टी का हिस्सा हो, मेरे परिवार हो. मेरे पास आना, सभी का काम करूंगा.