🌹घरेलु सात्त्विक शिशु आहार (Baby Food)🌹
🌹आजकल बालकों को दूध के आलावा बाजारू बेबीफ़ूड (फँरेक्स आदि) खिलाने की रीति चल पड़ी है | बेबीफ़ूड बनाने की प्रक्रिया में अधिकांश पोषक तत्त्व नष्ट हो जाते हैं, कई बार कृतिम रूप से वापस मिलाये जाते हैं, जिसे बालकों की आँते अवशोषित नही कर पाती | बेबीफूड का मुख्य घटक अतिशय महीन पिसा हुआ गेहूँ का आटा है, जो चिकना होने के कारण आँतों में चिपक जाता है | आटा पीसने के बाद एक हप्ते में ही गुणहीन हो जाता है जबकि बेबीफ़ूड तैयार होने के बाद हाथ में आने तक तो कई हफ्ते गुजर जाते हैं | ऐसे हानिकारक बेबीफ़ूड की अपेक्षा शिशुओं के लिए ताजा, पौष्टिक व सात्त्विक खुराक परम्परागत रीति से हम घर में ही बना सकते हैं |
🔹विधि : १ कटोरी चावल (पुराने हो तो अच्छा), २ - २ चम्मच मूँग की दाल व गेंहूँ – इन सबको साफ़ करके धोकर छाँव में अच्छी तरह से सुखा लें | धीमी आँच पर अच्छे – से सेंक लें | मिक्सर में महीन पीर के छान लें | ३ – ४ माह के बालक के लिए शुरुआत में आधा कप पानी में आधा छोटा चम्मच मिलाकर पका लें | थोडा–सा सेंधा नमक डालकर पाचनशक्ति अनुसार दिन में एक या दो वार दे सकते हैं | धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाते जायें | बालक बड़ा होने पर इसमें उबली हुई हरी सब्जियाँ, पिसा जीरा, धनिया भी मिला सकते हैं | हर ७ दिन बाद ताजा खुराक बना लें |
🌻यह स्वादिष्ट व पचने में अतिशय हल्का होता है | साथ ही शारीरिक विकास के लिए आवश्यक प्रोटीन्स, खनिज व कार्बोहाइड्रेटस की उचित मात्रा में पूर्ति करता है ।