*गाय को क्यों नहीं बचाना चाहते हम.....*
🌻 स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज से प्रश्न
प्रश्न -लोगों में गोरक्षा की भावना कम क्यों हो रही है?
उत्तर -गायके कलेजे,मांस, खून आदि से बहुत -सी अंग्रेजी दवाइयाँ बनती हैं । उन दवाइयों का सेवन करने से गायके मांस, खून आदि का अंश लोगों के पेट में चला गया है, जिससे उनकी बुद्धि मलिन हो गई है और उनकी गाय के प्रति श्रद्धा, भावना नहीं रही है ।
लोग पापसे पैसा कमाते हैं और उन्हीं पैसों का अन्न खाते हैं,फिर उनकी बुद्धि शुद्ध कैसे होगी और बुद्धि शुद्ध हुए बिना सच्ची, हितकर बात अच्छी कैसे लगेगी?स्वार्थ बुद्धि अधिक होने से मनुष्य की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है, बुद्धि तामसी हो जाती है, फिर उसको अच्छी बातें भी विपरीत दीखने लगती हैं ।आजकल मनुष्यों में स्वार्थ -भावना बहुत ज्यादा बढ़ गयी है, जिससे उनमें गोरक्षा की भावना कम हो रही है ।
गायके मांस, चमड़े आदि के व्यापार में बहुत पैसा आता हुआ दीखता है । मनुष्य लोभ के कारण पैसों की तरफ तो देखता है, पर गोवंश नष्ट हो रहा है, परिणाम में हमारी क्या दशा होगी, कितने भयंकर नरकों में जाना पड़ेगा, कितनी यातना भोगनी पडे़गी -इस तरफ वह देखता ही नहीं!तात्पर्य है कि तात्कालिक लाभ को देखने से मनुष्य भविष्य पर विचार नहीं कर सकता;क्योंकि लोभ के कारण उसकी विचार करने की शक्ति कुण्ठित हो जाती है, दब जाती है । लोभ के कारण वह अपना वास्तविक हित सोच ही नहीं सकता ।
"किसान और गाय" पुस्तक से संग्रहित