नई दिल्ली: दिल्ली में वोटिंग से पहले सीबीआई के छापों की बाछौर आ गई. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के ओएसडी जीके माधव की गिरफ्तारी के बाद एक और आईएएस अधिकारी के यहां छापा मारा गया. इसके अलाव कई और अधिकारियों के घर की भी तलाशी ली गई. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय, कई दूसरे जीएसटी अधिकारी और बिचौलिए धीरज गुप्ता के यहां छापेमारी की गई.
अधिकारियों ने बताया कि माधव को एक बिचौलिए की ओर से मिली सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया. इस बिचौलिए को बुधवार को पकड़ा गया था जो ओएसडी की तरफ से ट्रांसपोर्टरों से कथित तौर पर रिश्वत लेता था. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान माधव ने आईएएस अधिकारी की संलिप्तता का आरोप लगाया है जिसके बाद एजेंसी ने उनके परिसरों की तलाशी ली।
एजेंसी ने अहम माने जा रहे दिल्ली चुनाव से पहले, गुरुवार की रात एक ऑपरेशन के माधव को गिरफ्तार किया था. इससे पहले पांच फरवरी को एजेंसी ने बिचौलिए धीरज गुप्ता को गिरफ्तार किया था, जिसने दावा किया था कि वह अधिकारी की तरफ से रिश्वत वसूलता था. सूत्रों ने कहा कि एजेंसी को अब तक इस मामले में सिसोदिया की संलिप्तता का नहीं पता चला है.
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, “सीबीआई ने दिल्ली के निवासी धीरज गुप्ता के अलावा दिल्ली सरकार के व्यापार एवं कर विभाग के एक जीएसटी अधिकारी को 2.26 लाख रुपये के रिश्वतखोरी मामले में गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के ओएसडी भी हैं.” पूछताछ के दौरान गुप्ता ने दावा किया कि वह माधव की तरफ से रिश्वत वसूल रहा था. माधव व्यापार एवं कर विभाग में दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सिविल सेवा (दानिक्स) के अधिकारी हैं.
प्रवक्ता ने कहा, “आरोप है कि एक निजी व्यक्ति (गुप्ता) ट्रांसपोर्टरों पर जीएसटी नहीं लगाने के लिए उनसे अवैध राशि वसूलने के लिए माधव समेत जीएसटी विभाग के कुछ अधिकारियों की तरफ से बिचौलिए के तौर पर काम कर रहा था.”
अधिकारियों ने बताया कि माधव को तत्काल एजेंसी के मुख्यालय ले जाया गया और सीबीआई अधिकारियों ने उनसे विस्तार से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि स्पेशल कोर्ट ने धीरज गुप्ता को न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि माधव को शुक्रवार को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक माधव को 2015 में सिसोदिया के कार्यालय में तैनात किया गया था.।
सिसोदिया ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “मुझे पता चला है कि सीबीआई ने जीएसटी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेने के लिए गिरफ्तार किया है. यह अधिकारी मेरे कार्यालय में ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) के तौर पर भी तैनात था. सीबीआई को उसे तुरंत सख्त से सख्त सजा दिलवानी चाहिए. ऐसे कई भ्रष्टाचारी अधिकारी मैंने खुद पिछले पांच साल में पकड़वाए हैं.।