दिल्ली के रण में सबसे ज्यादा इस बाद की चर्चा थी कि आखिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा और कांग्रेस से कौन चुनाव मैदान में खड़ा होगा। बीती देर रात कांग्रेस और भाजपा ने इस सीट से अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। जहां भाजपा ने सुनील यादव को मैदान में उतारा तो कांग्रेस ने रोमेश सभरवाल पर दांव लगाया है। हालांकि सियासी गलियारे में चर्चा है कि भाजपा ने यहां एक तरीके से केजरीवाल को वाक्ओवर दे दिया है। लेकिन सुबह होते ही यह सीट एक बार फिर चर्चाओं में आ गई जब मीडिया में खबरें आने लगीं कि भाजपा इस सीट से अपना उम्मीदवार बदल सकती है। ये चर्चा तब और तेज हो गई जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा सुनील यादव को बैठक के लिए बुलाने की खबरें सामने आईं।
खबर तो ये भी आ रही थी कि सुनील यादव की जगह पर दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को भी मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि ये इन सभी अटकलों पर तब विराम लग गया जब खुद सुनील यादव मीडिया के सामने आए और कहा कि वह ही अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि सुनील यादव मीडिया के सामने आए और बताया कि मैं ही केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ूंगा। मैं यहीं का रहने वाला हूं और जनता मुझे जानती है। उन्होंने कहा कि आज सीएम दफ्तर में जाओ तो आपको अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है। मैं तो यहीं का विधायक हूं, हमेशा मौजूद रहूंगा।
दिल्ली भाजपा प्रभारी श्याम जाजू ने भी सुनील यादव के नाम पर मुहर लगा दी है। श्याम जाजू ने कहा कि हमने फैसला किया है कि केजरीवाल के खिलाफ सुनील यादव ही हमारे उम्मीदवार होंगे। हम चुनाव में उनकी जीत को लेकर आश्वस्त हैं।