देवबंद, सहारनपुर। सहारनपुर जनपद के देवबंद में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ धरने पर बैठीं महिलाओं को लेकर सरधना से बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा है कि जो महिलाएं धरने पर बैठीं हैं, उन्हें कोई काम धाम नहीं है। वे केवल विपक्षी दलों से मिल रही फंडिंग को धरना प्रदर्शन के नाम पर इस्तेमाल कर रही हैं। शरजील इमाम पर उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को चौराहे पर फांसी पर लटका देना चाहिए या सरेआम गोली मार देनी चाहिए। सोम ने दारुल उलूम और एएमयू को आतंकवाद की पनाहगार कहा।
संगीत सोम ने पत्रकारों से बात करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून और एनपीआर को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों की निंदा की। उन्होंने धरनारत महिलाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें कोई काम-धाम तो है नहीं। उन्हें धरना प्रदर्शन के लिए विपक्ष से फंडिंग हो रही है, इसकी जांच होनी चाहिए। देवबंद समेत प्रदेश के दूसरों हिस्सों में जहां भी विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, सरकार उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराएगी और उन्हें जेल भेजने का काम करेगी।
संगीत सोम ने कहा कि दारुल उलूम और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी शिक्षा के मंदिर नहीं, बल्कि आतंकवाद के पनाहगार हैं। यहां छात्रों को आतंक का पाठ पढ़ाया जाता है, जबकि जमीयत उलमा-ए-हिंद विदेशों से फंड लेकर देश का माहौल खराब करने में लगी है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। संगीत सोम ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए शरजील इमाम पर कहा कि ऐसे लोगों को या तो चौराहे पर फांसी पर लटका दिया जाए या फिर खुलेआम गोली मार देनी चाहिए।