सरकारी और कॉरपोरेट दफ्तरों में लागू हो सकता है 5 मिनट का योग ब्रेक

नई दिल्ली. कर्मचारियों को तनावमुक्त करने के लिए बनाई गई 5 मिनट की एक्सरसाइज के लिए सरकारी और कॉरपोरेट दफ्तरों में 'योग ब्रेक' लागू किया जा सकता है। मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ योग ने आयुष मंत्रालय के तहत इस व्यायाम कार्यक्रम को डिजाइन किया है। इसमें योग विशेषज्ञों से भी सलाह ली गई है। आयुष मंत्रालय ने इस योग ब्रेक को ट्रायल के तौर पर सोमवार को लॉन्च किया है। मंत्रालय ने बताया कि टाटा केमिकल्स, एक्सिस बैंक जैसे 15 संस्थानों ने स्वेच्छा से इस ट्रायल में हिस्सा लिया है।


आयुष मंत्रालय ने पहले भेजे प्रस्ताव में सरकारी संस्थानों और अन्य कॉरपोरेट संस्थानों से कहा था कि वे अपने यहां आवश्यक तौर पर 30 मिनट का योग ब्रेक दें, ताकि कर्मचारी तनाव मुक्त हो सकें। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) जैसे संस्थानों को आयुष मंत्रालय ने इस संबंध में पत्र लिखा था।


10 लोगों के ग्रुप ने तैयार किया प्रारूप
मंत्रालय के अधिकारी ने बताया- योग ब्रेक या वाई ब्रेक योग का कोई कोर्स नहीं है। यह उसका परिचयात्मक और संक्षिप्त स्वरूप है। योग पर प्रोटोकॉल तैयार करने की प्रक्रिया 3 महीने पहले शुरू हुई थी। योग विशेषज्ञों और नियमित योगाभ्यास करने वाले 10 लोगों के कोर ग्रुप ने इसका प्रारूप तैयार किया।


अधिकारी ने कहा- काम के दौरान सही तरीके से बैठने के लिए एक बुकलेट तैयार की गई है और कॉर्पोरेट दफ्तरों में इस पर आधारित फिल्म भी दिखाने की योजना है। इसका असर जांचने के लिए ट्रायल किया जा रहा है। मंत्रालय कॉर्पोरेट क्षेत्र को इस बारे में सभी जरूरी सहायता उपलब्ध कराएगा।