संतवाणी -- स्वामी रामसुखदास जी से भक्तों के सवाल और उनके जवाब
ॐ श्री परमात्मने नमः
_प्रश्न‒किसी कार्यको करें या न करें‒इसका निर्णय कैसे करें ?_
*स्वामीजी‒किसी कार्यको करें या न करें‒इसका उत्तर पाना हो तो किसी दिन अपने इष्टका खूब भजन-ध्यान, नामजप, कीर्तन करें । फिर कागजकी दो पुड़िया बनायें । एकमें लिखें ‘कार्य करें’ और दूसरीमें लिखें ‘कार्य नहीं करें’ । फिर किसी बच्चेसे कोई एक पुड़िया उठवायें और उसे पढ़कर उसके अनुसार कार्य करें ।*
_प्रश्न‒रामनवमी अथवा कृष्णजन्माष्टमीके अवसरपर व्रत क्यों रखते हैं ? प्रसन्नताके अवसरपर व्रत कैसा ?_
*स्वामीजी‒व्रत एक ‘तप’ है । प्रसन्नताके अवसरपर भोग करना उचित है या तप करना ? परन्तु शरीरमें, भोगोंमें मोह होनेके कारण मनुष्यको यह बात समझमें नहीं आती ।*
_प्रश्न‒एक सज्जनने पूछा है कि मेरे पास राम-दरबारकी मूर्तियाँ हैं, उनमेंसे एक लक्ष्मणजीकी मूर्ति खण्डित हो गयी है । क्या करना चाहिये ?_
*स्वामीजी‒लक्ष्मणजीकी मूर्तिको नदी या समुद्रमें प्रवाहित कर दें और उसकी जगह दूसरी मूर्ति ले आयें ।*
_प्रश्न‒स्त्रीको शंकरका पूजन करना चाहिये या नहीं ?_
*स्वामीजी‒स्त्रीको शिवलिंगका पूजन तथा स्पर्श नहीं करना चाहिये । उसे शिवमूर्तिका पूजन करना चाहिये ।*