कैथोलिक पादरियों की सर्वोच्च धर्मसभा विचार-विमर्श के बाद यह दावा किया है।
केरल में एक चर्च की तरफ से दावा किया गया है कि लव जिहाद के चलते केरल में लड़कियां यौन दासियां बन रही हैं। चर्च का दावा है कि लड़कियां आतंवादी संगठन आईएस आईएस के चंगुल का भी शिकार बन रही हैं। ये बातें सिरो-मालाबार कैथोलिक चर्च ने कही हैं। चर्च का दावा है कि ‘लव जिहाद एक सच्चाई’ है और ईसाई लड़कियों को धर्मांतरण के बाद आईएस ज्वॉइन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
चर्च की सिनड (कैथोलिक पादरियों की सर्वोच्च धर्मसभा) ने तीन दिन चले विचार-विमर्श के बाद यह बातें कही हैं। सिनड ने कहा है कि केरल में धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक शांति को लव जिहाद से खतरा है। लव जिहाद के नाम पर ईसाई महिलाओं को मारा जा रहा है। सिनड ने बैठक के बाद माता-पिता और लड़कियों से सावधान रहने के लिए कहा है। सिनड ने बैठक के बाद एक प्रेस रिलीज जारी की है जिसमें कहा गया है कि ‘केरल में लव जिहाद के नाम पर ईसाई महिलाओं को टारगेट किया जा रहा है। हाल में आईएस आईएस ज्वॉइन करने वाले जो 21 लोग पकड़े गए हैं उनमें से आधी महिलाएं हैं जो ईसाई थीं, इनका धर्मांतरण करवाया गया। इससे एक बात साफ हो जाती है कि लव जिहाद का खेल केरल में जोरों पर चल रहा है।’ सर्वोच्च धर्मसभा ने कहा कि हाल ही में कई घटनाएं सामने आई हैं जहां ईसाई लड़कियों को फंसाया गया, बदसलूकी की गई और धर्मांतरण के लिए ब्लैकमेल किया गया। लेकिन पुलिस ने ऐसे मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन यह कानून और व्यवस्था के रूप में समाज को प्रभावित करने वाला विषय है।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने चर्च से बयान वापस लेने के लिए कहा है। उन्होंने चर्च के बयान की ‘टाइमिंग’ को लेकर सवाल खड़े किए हैं। पीएफआई ने कहा है कि चर्च जो दावे कर रहा है यह सिर्फ हिंदुत्व फासीवाद के खिलाफ समाज के विभिन्न वर्गों के बीच बढ़ती एकता के बीच विभाजन पैदा करने में मदद करेगा